एक माँ ही है इस दुनिया में जिसे.. बिना लिखे ही सब कुछ दिखा एक माँ ही है इस दुनिया में जिसे.. बिना लिखे ही सब कुछ दिखा
फिर वही बात वही दिन याद आ रहा हम उस बात को लिखे तो लिखे कैसे फिर वही बात वही दिन याद आ रहा हम उस बात को लिखे तो लिखे कैसे
लोग अपनों को भी कुर्बान करते हैं !! लोग अपनों को भी कुर्बान करते हैं !!
अंदर अंदर कुछ कचोटता है खुलेपन की बिंदास मुस्कुराहट ओढे़ खुद ही खुद से लड़ती हैं बेबाक औरतें बहुत ... अंदर अंदर कुछ कचोटता है खुलेपन की बिंदास मुस्कुराहट ओढे़ खुद ही खुद से लड़ती है...
एक दिखावे की दूजी खुद के लिए....ऐसी ज़िंदगी सच में जीते हैं लोग एक दिखावे की दूजी खुद के लिए....ऐसी ज़िंदगी सच में जीते हैं लोग
जीवन पथ पर करना पड़ता अथक परिश्रम, मेहनत पूरी-पूरी रहती, मज़दूरी फिर भी कम, सुने खरी खोटी जीवन पथ पर करना पड़ता अथक परिश्रम, मेहनत पूरी-पूरी रहती, मज़दूरी फिर भी कम, सुने...